19 September 2024

aawaj uttarakhand

सच की आवाज़

प्रदेश के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सहित मंत्रीगणों एवं विधायकों द्वारा सुन्दरकांड का किया गया पाठ

मुख्यमंत्री आवास में शुक्रवार को सांय प्रभु श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सुन्दरकांड के पाठ के आयोजन के साथ भव्य श्रीराम संध्या आयोजित हुई। भजन गायिका स्वाति मिश्रा एवं श्री विवेक नौटियाल की टीम द्वारा प्रस्तुत किये गये सुन्दरकांड के सस्वर पाठ के भजनों से पूरा वातावरण राममय तथा सभी लोग श्रीराम की भक्ति में भव विभोर नजर आये। सुन्दरकांड के सस्वर सुन्दर पाठ से वातावरण और अधिक भक्तिपूर्ण बन गया था। सुन्दरकांड का पाठ करने वाली टीम में श्री पंकज नौटियाल, श्री सुधाुशु रतूड़ी तथा श्री शिवा भट्ट भी सामिल रहे।


राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने स्वयं भी सपरिवार सुन्दरकांड का पाठ किया तथा भगवान राम की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ प्रदेश की खुशहाली एवं प्रदेशवासियों के मंगलमय जीवन की कामना की।

मुख्यमंत्री ने भजन गायिका स्वाति मिश्रा को सम्मानित करते हुये भगवान राम के प्रति उनकी आस्था से परिपूर्ण गायिकी की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आगामी 22 जनवरी को रामलला अयोध्या में विराजमान होने जा रहे हैं और यह ऐसा अवसर है, जिसके लिए हमने वर्षों इंतजार किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक सौ चालीस करोड़ देशवासियों को रामोत्सव मनाने का सुअवसर प्रदान किया है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 22 जनवरी को दीप जलाकर भगवान राम का स्मरण कर दीपोत्सव मनाने की भी अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु राम ने जगत कल्याण के लिये मानव रूप में अवतार लिया, और सच्चरित्र मनुष्य का जीवन कैसा होना चाहिए, इसका उदाहरण प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का संचालन महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, श्री गणेश जोशी, श्रीमती रेखा आर्य, विधायक श्री खजान दास, श्री विनोद चमोली, श्री दुर्गेश्वर लाल, श्री फकीर राम टमटा, उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड संस्कृति कला परिषद श्रीमती मधु भट्ट, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती राधिका झा, सचिव श्री विनय शंकर पाण्डे, श्री वी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, हरिश्चंद्र सेमवाल, निदेशक संस्कृति सुश्री बीना भट्ट, सहित अनेक दायित्वधारी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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