पौड़ी: उत्तराखंड में बीते कई दिनों से भारी बारिश का सिलसिला जारी है. बारिश के कारण पहाड़ी जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रखा है. पौड़ी गढ़वाल में भी मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश और लैंडस्लाइड के कारण जिले के 36 मोटर मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है.
इसके अलावा पौड़ी जिले के श्रीनगर क्षेत्र में बह रही अलकनंदा नदी का जलस्तर 533 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान के करीब है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी और नालों के आसपास जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिले के सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही बंद मोटर मार्गों को शीघ्रता से खोलने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है.
कोटद्वार से नजीबाबाद को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-534 भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित है. जफराबाद के पास स्थित पुलिया के हाल ही में ढह जाने से कोटद्वार का अन्य क्षेत्रों से सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है. स्थिति इतनी विकट हो गई है कि लोग मजबूरी में बड़िया के रास्ते उफनती सुखरौ नदी को पार कर रहे हैं.
कई वाहन चालक जान जोखिम में डालते हुए ट्रैक्टर के पीछे गाड़ियां बांधकर नदी पार कर रहे हैं, जिससे आवाजाही बेहद खतरनाक हो चुकी है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बरसात के मौसम में कोटद्वार-दुगड्डा मार्ग की स्थिति भी बेहद चिंताजनक बनी हुई है. मार्ग के कई हिस्सों में लगातार भूस्खलन हो रहा है और सड़क धंसने की आशंका बनी हुई है. पहाड़ियों से गिरते पत्थरों के कारण कई लोग घायल भी हो चुके हैं. हालांकि स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं.
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