प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास में शिष्टाचार भेंट कर उनसे उत्तराखंड में चल रही शीतकालीन यात्रा के बारे चर्चा करते हुए कहा कि यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ (सामूहिक रूप से चार धाम के रूप में जाने जाते हैं) के पवित्र तीर्थस्थल गर्मियों के महीनों में लाखों तीर्थयात्रियों का स्वागत करते हैं। लेकिन सर्दियों के आते ही, भारी बर्फबारी के कारण ये स्थल दुर्गम हो जाते हैं और इन पूजनीय मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान इन तीर्थस्थलों के पीठासीन देवता कम ऊंचाई पर निवास करने का निर्णय लेते हैं, जिन्हें लोकप्रिय रूप से ‘शीतकालीन चार धाम’ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री के माध्यम से राजस्थान के श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि वह भी सुरक्षित शीतकालीन यात्रा के लिए उत्तराखंड आ सकते हैं।
श्री महाराज ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को बताया कि 08 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस यात्रा के कार्यक्रम की शुरुआत की और राज्य सरकार ने इसे सफल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया है। उत्तराखंड में भीषण ठंड के बावजूद, श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह ठंड की परवाह किए बिना बढ़ता जा रहा है। अभी तक हजारों श्रद्धालु शीतकालीन गद्दीस्थलों में पूजा-अर्चना कर चुके हैं। शीतकालीन यात्रा श्रद्धालुओं के बीच एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
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